यूकेएसएसएससी परीक्षा पेपर लीक मामले के मास्टर माइंड हाकम सिंह रावत के सांकरी सिदरी में स्थित अवैध होमस्टे व रिसार्ट ध्वस्त करने में दो लाख रुपये का खर्चा आया है।
खर्चे का आंकलन लोक निर्माण विभाग (लोनिवि) के इंजीनियरों की ओर से किया गया। आंकलन के बाद अब राजस्व विभाग हाकम सिंह रावत से इसकी वसूली करने की तैयारी कर रहा है।
वन विभाग और राजस्व विभाग की भूमि पर अवैध कब्जा किया था
मोरी के सांकरी सिदरी में कोट गांव को जोड़ने वाली सड़क के दोनों ओर हाकम सिंह ने वन विभाग और राजस्व विभाग की भूमि पर अवैध कब्जा किया था।
वन विभाग की भूमि पर दो रिसार्ट और 130 पेड़ों के सेब का बागीचा तैयार किया था, जबकि राजस्व विभाग की भूमि पर एक तीन मंजिला 30 कमरों का रिसार्ट व 322 पेड़ों का सेब का बागीचा तैयार किया था, जबकि लोनिवि की भूमि पर एक दोमंजिला रिसार्ट बनाया था।
गोविंद वन्यजीव विहार, राजस्व विभाग और लोनिवि ने अवैध रूप से बनाए गए रिसार्टों को बीते अक्टूबर में ध्वस्त कर दिया था। इन रिसार्ट को तोड़ने के लिए लोनिवि पुरोला की तीन जेसीबी को सांकरी पहुंचाया गया। इन तीन जेसीबी ने रिसार्ट ध्वस्त करने के लिए चार दिनों तक करीब तीन 30 घंटे काम किया, जिसके बाद चार अवैध रिसार्ट ध्वस्त हो सकें।
रिसार्ट तोड़ने में हुए खर्चे का आंकलन दो लाख रुपये लगाया
उपजिलाधिकारी जितेंद्र कुमार ने रिसार्ट ध्वस्त करने में जो सरकारी खर्च हुआ है, उसका आंकलन करने के निर्देश लोनिवि पुरोला के अधिशासी अभियंता को दिए। लोनिवि के अभियंताओं की टीम ने रिसार्ट तोड़ने में हुए खर्चे का आंकलन दो लाख रुपये लगाया और इसकी रिपोर्ट उपजिलाधिकारी पुरोला को सौंपी।
पुरोला के उप जिलाधिकारी जितेंद्र कुमार ने कहा कि हाकम सिंह रावत के अतिक्रमण को ध्वस्तीकरण में लगे खर्च का आंकलन हो चुका है। करीब दो लाख रुपये का खर्चा ध्वस्तीकरण में हुआ है। राजस्व विभाग ने इस खर्चे की वसूली की प्रक्रिया शुरू कर दी है।