वनंतरा रिसार्ट प्रकरण के आरोपितों के नार्को टेस्ट करवाने की अनुमति के लिए पुलिस ने अदालत में याचिका दायर की है। इसी साल सितंबर में रिसार्ट की महिला कर्मचारी की हत्या कर दी गई थी।
अनैतिक कार्य के लिए दवाब डालने के आरोप
उस पर रिसार्ट में आने वाले वीआइपी को विशेष सेवा देने के लिए दबाव डाले जाने का आरोप है। रिसार्ट के स्वामी पुलकित आर्य और उसके दो प्रबंधकों पर महिला कर्मचारी की हत्या, साक्ष्य छिपाने और अनैतिक कार्य के लिए दवाब डालने के आरोप हैं।
घटना से जुड़े कुछ रहस्य सामने आने बाकी है, इसके लिए पुलिस आरोपितों का नार्को टेस्ट कराने की अनुमति मांग रही है।
टेस्ट की अनुमति को लेकर एसआइटी ने मंगलवार को कोटद्वार में न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी की अदालत में प्रार्थना पत्र दाखिल किया है। मामले की जांच कर रहे सीआईयू प्रभारी राजेंद्र सिंह खोलिया की ओर से यह प्रार्थना पत्र दिया गया है।
उक्रांद ने फूंका केबिनेट मंत्री का पुतला
हत्याकांड मामले में भाजपा के कैबिनेट मंत्री की ओर से विवादित बयान देने पर उक्रांद ने डोईवाला चौक पर प्रेमचंद अग्रवाल का पुतला दहन किया। इस दौरान उक्रांद के मीडिया प्रभारी शिव प्रसाद सेमवाल ने कहा कि प्रेमचंद्र अग्रवाल न तो घटना क्षेत्र के विधायक है न ही गृहमंत्री हैं और न ही एसआइटी ने अभी अपनी जांच पूरी की है।
ऐसे मे यह बयान अपराधियों को बचाने वाला बयान है। उक्रांद के संगठन मंत्री मोहन असवाल ने कहा कि मंत्री का दिया गया बयान अशोभनीय है। उक्रांद नेता केंद्रपाल तोपवाल ने कहा कि काबीना मंत्री विवादित बयान देकर अंकिता के हत्यारों को बचाने का काम कर रही है।
जिलाध्यक्ष संजय डोभाल ने कहा कि कैबिनेट मंत्री जनता से माफी मांगे। पुतला फूंकने वालों में मोहन असवाल, सुरेंद्र सिंह चौहान, अवतार सिंह बिष्ट,प्रमोद डोभाल,भावना मैठाणी, शुभम, जुयाल, विशाल,लकी,आकाश,विनोद कोठियाल आदि शामिल थे।