उत्तराखंड की विश्वप्रसिद्ध चारधाम यात्रा 4 अप्रैल से शुरू हो रही है. यात्रियों की भीड़ को देखते हुए परिवहन विभाग अब यात्रा रूट पर वाहनों की स्पीड को तय करने जा रहा है. दरअसल, उत्तराखंड पर्यटन के लिए लिहाज से काफी महत्वपूर्ण है. क्योंकि हर साल देश के तमाम हिस्सों से लाखों की संख्या में सैलानी उत्तराखंड की और रुख करते हैं. जिसके चलते प्रदेश की सड़को पर वाहनों का न सिर्फ दबाव बढ़ता है, बल्कि सड़क दुर्घटनाएं भी काफी अधिक होती है.जिसे देखते हुए उत्तराखंड परिवहन विभाग वाहनों की स्पीड लिमिट्स को तय करने जा रही है. इसके लिए परिवहन विभाग में कसरत शुरू कर दी है. हालांकि, परिवहन विभाग ने चारधाम यात्रा शुरू होने से पहले ही स्पीड लिमिट तय करने का लक्ष्य रखा है. संयुक्त परिवहन आयुक्त सनत कुमार सिंह ने बताया कि स्पीड लिमिट का निर्धारण दो स्तरों पर लिया जाता है. पहला भारत सरकार के स्तर से एक्सप्रेस-वे से लेकर नेशनल हाईवे और छोटी सड़कों के लिए स्पीड लिमिट निर्धारित की जाती है, जोकि निर्धारित है. दूसरा राज्य सरकार के स्तर से प्रदेश की परिस्थितियों के आधार पर तय की जाती है.