गैंगस्टर राकेश उर्फ काला खैरमपुरिया ने दिल्ली के राजौरी गार्डन स्थित बर्गर किंग आउटलेट में हुए शूटआउट में अहम भूमिका निभाई थी। इसका खुलासा एसटीएफ द्वारा रिमांड के दौरान काला से की गई पूछताछ में हुआ है। काला ने बताया कि तिहाड़ जेल में बंद गैंगस्टर नीरज बवाना से भी वह संपर्क में था। काला ने नीरज बवाना के चचेरे भाई की मौत का बदला लेने के लिए बर्गर किंग में शूटआउट की साजिश रची थी। नीरज बवाना के चचेरे भाई शक्ति दादा की 2023 में हत्या कर दी गई थी और बर्गर किंग आउटलेट में मारा गया अमन उसमें शामिल था। इसी कड़ी में काला ने अपने सहयोगी हिमांशु भाऊ के माध्यम से अमन जून की हत्या करवाई।
फर्जी दस्तावेजों पर बनवाया था पासपोर्ट
काला फर्जी दस्तावेजों के आधार पर गुरुग्राम के भोंडसी इलाके से पासपोर्ट बनवा कर 18 महीने पहले विदेश चला गया था। वह थाईलैंड से अपना अपराध नेटवर्क चला रहा था । काला को डिपोर्ट कर शुक्रवार देर रात को दिल्ली के एयरपोर्ट से एसटीएफ गुरुग्राम की टीम ने गिरफ्तार किया था।
पुलिसकर्मी की भूमिका संदिग्ध
2023 में काला ने प्रवीण कुमार के नाम से पासपोर्ट के लिए आवेदन किया और गुरुग्राम के भोंडसी इलाके में डिफेंस कॉलोनी का पता दिया। 2023 में प्रवीण कुमार के नाम से जो पासपोर्ट जारी हुआ था, उसमें काला की तस्वीर थी। इसको लेकर भोंडसी थाने में तैनात रहे अधिकारी जांच के घेरे में हैं। सूत्रों का कहना है कि बेहद गोपनीय रूप से यह जांच चल रही है।
एनकाउंटर में तीन ढेर
हरियाणा के सोनीपत में बीते शनिवार को पुलिस मुठभेड़ में तीन कथित गैंगस्टर मारे गए और दिल्ली पुलिस का एक एसआई घायल हो गया था। इस घटना के एक दिन बाद पुलिस अधिकारी ने बताया था कि बदमाशों ने 24 गोलियां चलाईं जबकि पुलिस ने जवाबी कार्रवाई करते हुए 19 गोलियां चलाईं। यह मुठभेड़ दिल्ली और हरियाणा पुलिस की संयुक्त टीम और गैंगस्टर के बीच हुई। जिसमें हरियाणा के रहने वाले आशीष उर्फ लालू, सनी खरार और विक्की रिधाना की मौत हो गई। आशीष और विक्की ने 18 जून को राजौरी गार्डन में स्थित ‘बर्गर किंग’ में 26 साल के अमन जून की कथित तौर पर गोली मारकर हत्या कर दी थी।