सुनियोजित थी GTB अस्पताल में गोलीबारी, मास्टरमाइंड कौन, रेकी के बाद भी क्यों फेल हुए शूटर? – Sambhav Times

सुनियोजित थी GTB अस्पताल में गोलीबारी, मास्टरमाइंड कौन, रेकी के बाद भी क्यों फेल हुए शूटर?

दिल्ली पुलिस ने जीटीबी अस्पताल के एक वार्ड में मरीज की गोली मारकर हत्या करने के मामले में दो बदमाशों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने फैज (20) को यूपी के लोनी से जबकि फरहान को दिल्ली के चौहान बांगर इलाके से गिरफ्तार किया। हालांकि पुलिस का यह भी कहना है कि ऐसा भी हो सकता है कि इन दोनों ने रविवार शाम को गोली नहीं चलाई हो। दिल्ली पुलिस ने वारदात के मास्टरमाइंड की पहचान कर ली है। वारदात का मास्टरमाइंड फहीम खान समेत दो अन्य गुर्गे फैजान और मोईन खान अभी फरार हैं।

आरोपियों में से दो के नाबालिग होने का संदेह
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि हमलावरों की पहचान कर ली गई है। पुलिस उनकी शिद्दत से तलाश कर रही है। फैज और फरहान ने कथित तौर पर चार आरोपियों के लिए मोटरसाइकिल का इंतजाम किया था, जो अस्पताल में वारदात को अंजाम देने गए थे। कुल चार आरोपी मोटरसाइकिल से जीटीबी अस्पताल पहुंचे थे। चारों में से एक ने वार्ड नंबर 24 में प्रवेश किया और मरीज पर गोलियां बरसाईं, जिससे बेड पर ही मरीज की मौत हो गई। आरोपियों में से दो के नाबालिग होने की आशंका है।

गैंगस्टर को मारने आए थे आरोपी
पुलिस उपायुक्त (शाहदरा) सुरेंद्र चौधरी ने बताया कि हम फैज और फरहान से पूछताछ कर रहे हैं। हम आरोपियों की पुलिस रिमांड लेंगे। हमारी टीमें बाकी आरोपियों को पकड़ने के लिए काम कर रही हैं। गोलीबारी की वारदात को अंजाम देने वालों को जल्द ही पकड़ लिया जाएगा। हमलावर एक गैंगस्टर को मारने के लिए अस्पताल गए थे जो हासिम बाबा गिरोह का प्रतिद्वंद्वी था। इस गैंगस्टर को 12 जून को कुछ लोगों ने गोली मार दी थी। इस गैंगस्टर को कुछ समय के लिए उसी वार्ड में भर्ती कराया गया था।

इसलिए कंफ्यूज हुए बदमाश और मरीज को मारी गोली
पुलिस अधिकारी ने बताया कि बदमाशों ने रियाजुद्दीन को गोली मार दी, जो उस बेड के सामने था, जिस पर गैंगस्टर को इलाज के दौरान रखा गया था। शूटरों को निर्देश दिए गए थे कि वे वारदात को अंजाम देने के बाद अस्पताल से कैसे भाग सकते हैं। वहीं जीटीबी एन्क्लेव पुलिस ने तरन्नुम मलिक के बयान पर हत्या का मामला दर्ज कर लिया है। तरन्नुम मलिक ने पुलिस को बताया कि उसके भाई रियाजुद्दीन को जीटीबी अस्पताल के वार्ड नंबर 24 में अज्ञात हमलावर ने गोली मार दी थी।

बदमाशों की हुई पहचान 
पुलिस अधिकारी ने बताया कि ग्राउंड फ्लोर पर लगे कैमरों से सीसीटीवी फुटेज भी हासिल की गई, जिसमें चार लोग अस्पताल के इमरजेंसी गेट से घुसते हुए दिखाई दे रहे हैं। मामले की जांच और आरोपियों को पकड़ने के लिए कई टीमें बनाई गई थीं। पुलिस की जांच टीमों ने इनपुट के आधार पर फुटेज में नजर आ रहे बदमाशों की पहचान की है। यही नहीं इन बदमाशों के सोशल मीडिया हैंडल भी हासिल किए गए है। कुछ कॉल डिटेल्स से कुछ और संदिग्धों की पहचान की गई है।

फहीम उर्फ ​​बादशाह खान है मास्टर माइंड
पुलिस अधिकारी ने कहा कि कॉल डिटेल्स की जांच करने के बाद फैज को यूपी के लोनी के लक्ष्मी गार्डन इलाके से गिरफ्तार किया गया। फैज ने पूछताछ में खुलासा किया है कि फहीम उर्फ ​​बादशाह खान इस गोलीबारी की घटना का मास्टरमाइंड है। फैज और उसके दो भाई फौजान और मोइन खान अक्सर फहीम से मिलते थे, जो हासिम बाबा गिरोह के लिए काम करता है। एक अन्य संदिग्ध फरहान को भी चौहान बांगर इलाके से पकड़ा गया है। उसने बताया है कि फहीम उन सभी को बाबरपुर स्थित अपने फ्लैट पर बुलाता था।

भागने का तरीका भी बताया था
डीसीपी चौधरी ने बताया कि पूछताछ में फैज और फरहान ने यह भी खुलासा किया है कि घटना वाले दिन वे बाबरपुर स्थित फहीम के फ्लैट पर थे। फहीम ने उन्हें उसी वार्ड में भर्ती एक व्यक्ति (मृतक के अलावा) को मारने का निर्देश दिया था। यही नहीं फहीम ने उन्हें गोलीबारी करने के बाद जीटीबी अस्पताल से भागने का तरीका भी बताया था। उन्हें दोपहर में जीटीबी अस्पताल जाकर टार्गेट पर गोली चलाने का निर्देश दिया गया था। शूटरों का असली निशाना रियाजुद्दीन नहीं था।

शूटरों ने की थी अस्पताल की रेकी 
पुलिस अधिकारी ने बताया कि अस्पताल के वॉर्ड में एक और मरीज वसीम (33) भी भर्ती था। वसीम का आपराधिक इतिहास था। उसे पिछले महीने वेलकम इलाके में चार गोलियां मारी गई थीं। शूटर अस्पताल में वसीम को मारने के लिए पहुंचे थे, लेकिन उन्होंने गफलत में रियाजुद्दीन को गोली मार दी थी। शुरुआती जांच में यह भी पता चला है कि वारदात को अंजाम देने से पहले शूटरों ने अस्पताल की रेकी भी की थी। पुलिस की जांच टीमों ने शूटरों की पहचान कर ली है। पुलिस टीमें शूटरों के पीछे लगी हुई हैं।

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